लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन नेताओं की दिल्ली में बैठक हुई। इस बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी भी दल के नेता को कोई परेशानी नहीं है। हमारे बीच सब क्लियर है।
वहीं, बिहार की 40 सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन के सभी घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय हो गया है। इस फॉर्मूले के तहत राजद सबसे अधिक 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
आरजेडी 20 सीटों पर लड़ सकती है माना जा रहा है कि बिहार में महागठबंधन के सभी घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति बन चुकी है। कांग्रेस सहित सभी दलों के बीच अभी सीट शेयरिंग की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन सूत्रों के मुताबिक, बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से आरजेडी 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। जबकि कांग्रेस के खाते में 11 सीटें आ सकती हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठक में सीट बंटवारे पर सहमति लगभय बन चुकी है। राजद ने कांग्रेस के लिए 11 सीटों पर रजामंदी दी है। महागठबंधन में शामिल सभी दलों को पूरा सम्मान मिलेगा और इस बारे में पूरी संभावना है कि अगले कुछ दिनों में सीट बंटवारे की घोषणा कर दी जाएगी। आरएलएसपी को 3 सीटें मिल सकती हैं उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी को 3 सीटें और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान अवाम मोर्चा को 2 सीटें दी जा सकती हैं जबकि वीआईपी को भी 2 सीट मिल सकती हैं।
हालांकि अभी भी कुछ सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर बात नहीं बन पाई है। बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 22 सीटें जीती थी जबकि लोजपा को 6 सीटें मिली थीं, वहीं राजद को 4 सीटों पर जीत मिली थी। इसके अलावा जदयू ने 2 और कांग्रेस ने भी 2 सीटों पर जीत हासिल की थी। बिहार की 40 सीटों पर सात चरणों में होंगे चुनाव बिहार में एक तरफ भाजपा, जदयू और लोजपा का गठबंधन है तो दूसरी और राजद, कांग्रेस और रालोसपा जैसे दलों का महागठबंधन है।
बिहार में इन दोनों गठबंधनों के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में 7 चरण में वोट डाले जाएंगे। 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को बिहार की लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। 23 मई को नतीजों का ऐलान होगा।